Author: ramesht
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Shri Ramcharitmanas (Ramayana) Path
रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे।रधुनाथाय नाथाय सीतायः पतये नमः।। रमन्ते योगिनः अस्मिन सा रामं उच्चते अर्थात योगीजन ध्यान में जिस शून्य में रमते हैं, उसे ही राम कहते हैं।राम:- र वर्णमाल में २७वां अक्षर आ की मात्रा दूसरा और म २५वां।राम २७+ २+२५=५४ + राम २७+२+२५=५४अर्थात राम+राम ५४+५४ =१०८ सम्पूर्ण ब्रह्माण्डजैसा कि आप सभी को पहले…